ईश्वर प्राप्ति के लक्षण।

शिशुरूपेण भगवान् रेममाणो जगत्पतिः। आत्मनो निजरूपं तु प्रकाशयति भक्तये॥ ईश्वर प्राप्ति के लक्षण। ईश्वर प्राप्ति (ईश्वरप्राप्ति) के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं, जो विभिन्न धर्मों और आध्यात्मिक मार्गों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं— 1.भगवान का नाम लेते ही आँखों से आँसू छलक पड़ते हैं, आवाज भर आती है, और शरीर भक्ति के आनंद से पुलकित हो उठता है। 2.अहंकार समाप्त हो जाएगा। अखंड शांति और आनंद की अनुभूति होगी। 3."असीम प्रेम और करुणा का अनुभव होगा। भगवान की शरण में मनन और चिंतन करने से अश्रु बहने लगेंगे।" 4. भगवान का मनन और चिंतन प्रबल होगा, फलस्वरूप अन्यमनस्कता आएगी। सांसारिक आसक्तियों (माया-मोह) से मुक्ति मिल जाएगी। 5.चेतना ऊँचे स्तर पर पहुँच जाएगी और समभाव विकसित होगा। 6.सुख-दुख, जय-पराजय, लाभ-हानि—सब कुछ समभाव से स्वीकार करने की क्षमता विकसित होगी। 7.आत्म-साक्षात्कार और ईश्वर का प्रत्यक्ष अनुभव होगा। 8.जो व्यक्ति ईश्वर को प्राप्त करता है, वह केवल विश्वास नहीं करता बल्कि प्रत्यक्ष रूप से दिव्य उपस्थिति का अनुभव करता है। 9.इच्छाएँ और इंद्रिय ...