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Showing posts from December, 2023

क्या ईश्वर वास्तव में अस्तित्व में हैं? प्रमाण, तर्क और उन्हें जानने का मार्ग।

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क्या ईश्वर वास्तव में अस्तित्व में हैं? प्रमाण, तर्क और उन्हें जानने का मार्ग बहुत से लोग यह जिज्ञासा रखते हैं कि क्या ईश्वर वास्तव में अस्तित्व में हैं? यदि हाँ, तो क्या इसके कोई प्रमाण या तर्क हैं? नीचे ईश्वर के अस्तित्व को प्रमाणित करने के कुछ प्रमुख तर्क दिए गए हैं। ईश्वर के अस्तित्व के दार्शनिक और तर्कसंगत प्रमाण 1. ओन्टोलॉजिकल (सत्तात्मक) तर्क सौरमंडल सूर्य के केंद्र में स्थित है और इसमें नौ ग्रह, लगभग 174 उपग्रह (चंद्रमा), तथा लगभग आठ लाख क्षुद्रग्रह और धूमकेतु शामिल हैं। यह सौरमंडल विशाल ब्रह्मांड का केवल एक छोटा-सा भाग है। ब्रह्मांड अद्भुत संतुलन के साथ कार्य करता है — ग्रह, तारे और आकाशगंगाएँ निश्चित गणितीय नियमों के अनुसार अपनी कक्षाओं में गतिशील रहती हैं। इस प्रकार की अद्भुत व्यवस्था संकेत देती है कि कोई महान नियोजक या सर्वोच्च गणितज्ञ अवश्य है, जिसने इस ब्रह्मांडीय प्रणाली की रचना की और उसे संचालित कर रहा है। वही सत्ता, जो पृथ्वी के वायुमंडल में संतुलन बनाए रखती है और जीवन की निरंतरता सुनिश्चित करती है, हम उसे ईश्वर कहते हैं। 2. योजना और वास्तुकला सिद्धांत ब्रह्मांड एक अद्...

The gist of the Bhagavad Gita & the Srimad Bhagavatam.

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The Bhagavad Gita , often referred to simply as the Gita , is a 700-verse Hindu scripture that is part of the Indian epic Mahabharata . It is a conversation between the prince Arjuna and the God Krishna , who serves as his charioteer. The Gita is set in the midst of the battlefield of Kurukshetra , where Arjuna is filled with doubt and moral dilemma about fighting in the battle. The gist of the Bhagavad Gita. गीता नयति धर्ममार्गे, भागवतम् आत्ममार्गे। एकं कर्म शुद्धयति, अन्यत् भावं पावयति। उभे दर्शयतः कर्म एव पूजा, प्रेम एव मोक्षः॥ गीता–भागवताभ्यासः नित्यं पठ्येते गीता–भागवतम्, एतद् द्वयं मुक्तिमोक्षप्रदम्। मा त्यज पाठं गीता–भागवतम्, यावत् न भवत्यात्मसाक्षात्कारः॥  (मा त्यज = त्यज न) ★ The gist of the Bhagavad Gita can be summarized as follows: 1. Dharma and Duty : Krishna emphasizes the importance of fulfilling one's duty (dharma) without attachment to the results. Arjuna, as a warrior, is duty-bound to fight for righteousness. 2.Self-Realization: Krishna teaches Arjuna about the ...