The Term "Bhagwat" – Meaning and Contexts.भगवत्" (संस्कृत: भगवत्) शब्द का अर्थ।

The Term " Bhagwat " – Meaning and Contexts The term "Bhagwat" (also spelled Bhagavata , Bhagwat, or Bhagavatha ) is derived from the Sanskrit word " Bhagavat " (भगवत्). शब्द: भगवत् (स्त्रीलिंग: भगवती) श्रेणी: विशेषण/संज्ञा (संदर्भानुसार) विभक्ति: प्रायः विशेषण के रूप में प्रयुक्त धातु-सम्बंध: "भग" + "वत्" अर्थ: ऐश्वर्ययुक्त: जिसमें "भग" अर्थात् ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, ज्ञान, वैराग्य आदि दिव्य गुण उपस्थित हों। ईश्वर: परमात्मा, सर्वशक्तिमान सत्ता, भगवान। यः स्वयंसम्पूर्णः, स्वयंसिद्धः, स्वातन्त्र्येण स्थितः, स एव परमात्मा, पूर्णं ब्रह्म, स भगवानिति कथ्यते॥ स्त्रीलिंग रूप (भगवती): देवी, शक्तिरूपा ईश्वरी। विशेष विवरण: "भग" का अर्थ विष्णु पुराण के अनुसार छह ऐश्वर्यों — ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, ज्ञान, और वैराग्य — से है। "भगवत्" वह है जिसमें ये सभी गुण हों। प्रयोग: भगवद्गीता: भगवान (कृष्ण) द्वारा कही गई गीता। भगवती: ऐश्वर्ययुक्ता देवी; शक्ति का स्त्रीलिंग स्वरूप। भगवत्कृपा: ईश्वर की कृपा। भगवद्भक्तिः: ईश्वर के...